Deception Point/डिसेप्शन प्वाइंट , livre ebook

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अमेरिकन राष्ट्रपति के चुनाव से पहले नासा ने पता लगाया कि एक बर्फ के टुकड़े में धँसे मेटियोराइट में दूसरे ग्रहों पर के जीवन के पुख्ता सबूत मिले हैं। इसका उस राष्टपति चुनाव में  काफी महत्व है और उस पर काफी चर्चा होती है। अगर यह खोज सही साबित होती है तो वर्तमान राष्ट्रपति के फिर से चुनाव जीतने की संभावना बन जाती है। लेकिन जाँच में पता चलता है कि नासा का दावा फर्जी था और राष्ट्रपति के चुनाव जीतने के लिए उसका प्रचार किया गया। विपक्षी उम्मीदवार इसका फायदा उठाना चाहता है लेकिन वो भी बेदाग नहीं है। वह निजी कंपनियों के हित में काम करना चाहता है जो नासा को बदनाम कर उसके कार्यों पर कब्जा करना चाहती हैं। फिर अंत में क्या निकलता है? क्या वर्तमान राष्ट्रपति को नासा के दावों का फायदा मिलेगा या विपक्षी इसका फायदा उठा लेगा? सस्पेंस, थ्रिलर, उत्तेजना और कई तरह की जटिलताओं से भरी यह किताब आपको रहस्य और रोमांच की एक ऐसी दुनिया में ले जाएगी जहाँ रोमांस भी है, विज्ञान भी है और रोमांच भी है।
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Date de parution

16 avril 2022

EAN13

9789354921612

Langue

Hindi

डिसेप्शन प्वाइंट
डैन ब्राउन बस्टेसेलर द विंची कोड और डिजिटल फोट्र्रेस नाम की पुस्तकों के लेखक हैं। उन्होंने फिलिप्स एक्सटेर एकेडमी से स्नातक की उपाधि ली जहाँ वे अंग्रेजी और क्रिएटिव राइटिंग का अध्यापन कर चुके हैं। वे अपनी पत्नी के साथ न्यू इंग्लैंड में रहते हैं।

अनुवादक परिचय
राजेश कुमार झा को अनुवाद और संपादन के क्षेत्र में लंबा अनुभव रहा है। ओरहान पामुक के उपन्यास माई नेम इज रेड और वीएस नायपॉल के लेखों के अनुवाद उनके कुछ महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल हैं। विश्व कविता के अनुवाद में उनकी विशेष रुचि है जो अनेक साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
इन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए और एमफिल किया है।
#1 न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलिंग लेखक डैन ब्राउन के उपन्यासों की प्रशंसा
द विंची कोड
‘गजब . . . धमाकेदार और लाजवाब पुस्तक । एक ताज़गी से भरपूर दिमाग को चकराने वाला थ्रिलर‘ — द न्यूयॉर्क टाइम्स
‘यह एक विशुद्ध प्रतिभा का विस्फोट है’
—न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलिंग लेखक नेल्सन डेमिले
‘थ्रिलर पुस्तकों का लेखन इससे बेहतर नहीं हो सकता’
— डेनवर पोस्ट
‘एक धड़कने बढ़ाने वाला और दिमाग की चूलें हिला देने वाला रोमांच’
पीपुल
‘इस मास्टरपीस को अनिवार्य तौर पर पढ़ा जाना चाहिए। ब्राउन एक विश्व-प्रसिद्ध कुशल थ्रिलर लेखक के रूप में अपनी प्रसिद्धि को इस लेखन से मजबूत ही कर रहे हैं जो एक ऐतिहासिकता का झुकाव लिए हुए और हर पृष्ठ पर सस्पेंस से भरपूर है’
— लाइब्रेरी जर्नल
‘अत्यधिक चतुराईपूर्ण लेखन। लाजवाब और मज़ेदार ... एक उल्लेखनीय उपलब्धि’
— वाशिंगटन पोस्ट
‘एक दिल की रफ्तार बढ़ा देने वाला थ्रिलर। इस कहानी में इतने सारे पेंच हैं—सारे के सारे संतोषजनक और औचक’
— सैन फ्रैंसिस्कों क्रॉनिकल
‘एक हंगामेदार, गुदगुदाती हुई और अत्यधिक ख़ूबसूरत व मज़ेदार यात्रा’
— शिकागो ट्रिब्यून
एजेंल्स एंड डीमन्स

‘क्या शानदार किताब है। मैंने इसे एक बार हाथ में लिया तो बिना ख़त्म किए वापस रख नहीं पाया। रोमांच, सस्पेंस और कल्पना से भरपूर’
— न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलिंग लेखक डेल ब्राउन
‘ब्राउन की किताब में रोम की घटनाओं का विस्फोटक सी रफ्तार में वर्णन है। इसमें इतने पेंच और सदमे हैं कि पाठक अंत-अंत तक किताब में डूबा रहता है’
— पब्लिशर्स वीकली
‘जीवन और मौत की रोमांच कथा, चूहे-बिल्ली की कहानी सा आवेग, रोमांस, धर्म, विज्ञान, हत्या, रहस्य, वास्तु और एक्शन से भरपूर कथानक’
— करकुस रिव्यू
‘एक्शन से भरपूर एक ऐसा पाठकीय अनुभव जो पाठकों को उत्तेजक रूप से रोमांचक और वास्तविक लगता है। डैन ब्राउन ने एक दूसरा तूफा नी रफ्तार का थ्रिलर लिखा है जो क्लैन्सी और कस्लर की बेहतरीन किताबों से होड़ लेता है’
—मिडवेस्ट बुक रिव्यूज़
‘ यह लाजवाब है ! इन किरदारों में गहराई है . . . कथानक पेंचदार, घुमावदार, फिसलन भरा और आश्चर्यजनक है। आखिर-आखिर तक एक . . . गजब की पुस्तक ’
न्यू हैम्प्सफायर सनडे न्यूज़
डैन ब्राउन की अन्य पुस्तकें

डिजिटल फोर्ट्रेस
एंजेल्स एंड डीमन्स
द विंची कोड
द लॉस्ट सिम्बोल
इनफर्नो
ऑरिजिन
डैन ब्राउन


डिसेप्शन प्वाइंट
अनुवाद : राजेश कुमार झा
 
विषय-सूची
भूमिका
डिसेप्शन प्वाइंट
फॉलो पेंगुइन
कॉपीराइट
आभार
अ पने शानदार दिशा-निर्देश और गहरे संपादकीय कौशल के लिए जेसन कौफ़मैन, अपने अथक शोध और रचनात्मक सलाह के लिए ब्लिद ब्राउन, वीज़र एंड वीज़र में अपने प्रिय दोस्त जेक एलवेल, नेशनल सेक्योरिटी आरकाइव, नासा पब्लिक अफेयर्स ऑफिस, सभी तरह के सूचनाओं को सतत प्रदान करने के लिए स्टेन प्लेंटन, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, ग्लैशियर मामलों के जानकार मार्टिन ओ. जेफरीज़ और ब्रेट ट्रॉटर, थॉमस डी. नेड्यू और जिम बेरिंगटन के शानदार मस्तिष्कों का मैं शुक्रिया अदा करता हूँ। मैं कॉनी और डिक ब्राउन, यूएस इंटेलिजेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंटेशन प्रोजेक्ट, सुजान ओ’नील, मार्गी वेटेल, मूरे स्टेटनर, ओवीन किंग, एलिसेन मैकिनेल, मेरी और स्टीफन गोरमैन, डॉ कार्ल सिंगर, स्क्रिप्स इंस्टिट्यूट ऑफ ओशियनोग्राफी के डॉ माइकेल आई. लैज़, माइक्रोन इलेक्ट्रोनिक्स के अप्रिल, इस्थर संग, नेशनल एयर एंड स्पेश म्यूजियम, डॉ जीने एलेमिंडिनगर सेनफोर्ड जे. ग्रीनबर्गर एसोसिएट्स के अतुलनीय हीड लैंग और फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के जॉन पाइक के प्रति भी अपना आभार प्रकट करता हूँ।
लेखकीय
डेल्टा फोर्स, नेशनल रिकनेसेंस ऑफिस और स्पेश फ्रंटियर फाउंडेशन वास्तविक संगठन हैं। इस उपन्यास में वर्णित सारी तकनीकें अस्तित्व में हैं।
अगर यह शोध सही साबित होता है, तो यह निश्चित ही हमारे ब्रह्मांड के बारे में भौंचक्का कर देनेवाली सूचना होगी जिसे विज्ञान ने अभी तक खोजा है। इसके नतीजे इतने दूरगामी और चौंकाने वाले होंगे जिसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है। भले ही इससे मानव मस्तिष्क में प्राचीन काल से ही चल रहे कुछ सवालों के जवाब मिल जाएँ, लेकिन उससे भी ज़्यादा इसने उसके सामने कई बुनियादी सवाल रख भी दिए हैं।
7 अगस्त 1996 को ALH84001 की खोज के बाद एक प्रेस कान्फ्रेंस में बोलते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन
भूमिका
इस बियाबान में मौत अनगिनत भेष बनाकर आ सकती थी। वैसे तो भूगर्भ विज्ञानी चार्ल्स ब्रोफी इस स्थान के जंगली वैभव का कई सालों तक अनुभव कर चुका था, इसके बावजूद उस पर जो गुजरने वाला था वैसे अस्वाभाविक और बर्बर भविष्य के लिए वह बिलकुल तैयार नहीं था।
ब्रोफी के चारों कुत्ते उसकी स्लेज गाड़ी को लेकर टुंड्रा के पार चले जा रहे थे। गाड़ी में भूगर्भविज्ञान से संबंधित सेंसर जैसे यंत्र रखे हुए थे। अचानक कुत्तों की चाल धीमी हो गई। वे ऊपर की तरफ देखने लगे।
‘क्या बात है, लड़की ?’ ब्रोफी ने स्लेज से उतरकर कुत्तों से पूछा।
आसमान में घुमड़ते बादल तूफान की पूर्वसूचना दे रहे थे। ऊपर दो पंखियों वाला ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर ग्लेशियर के शिखरों को चूमता हुआ फौजी कुशलता से काफी नीचे की तरफ चक्कर लगा रहा था।
ये कुछ अजीब सी बात है, उसने सोचा। उसने इस उत्तरी इलाके में कभी हेलिकॉप्टर नहीं देखा था। जहाज उससे करीब पचास गज की दूरी पर नीचे उतरा। चारों तरफ बर्फ के बुरादों का चुभने वाला गुबार फैल गया। उसके कुत्ते भौंक रहे थे। वे डरे हुए लग रहे थे।
हेलिकॉप्टर का दरवाज़ा खुला और दो लोग उससे बाहर निकले। वे हर मौसम में इस्तेमाल किए जाने वाले सफेद कपड़े पहने थे। उनके पास रायफल थी। वे ब्रोफी की ओर लगातार देखते हुए उसकी तरफ आगे बढ़े।
‘डॉक्टर ब्रोफी ?’ उनमें से एक ने पूछा।
भूगर्भविज्ञानी को आश्चर्य हो रहा था। ‘तुम्हें मेरे नाम के बारे में कैसे पता चला ? तुम कौन हो ?’
‘कृपया अपना रेडियो बाहर निकालिए।’
‘क्या ?’
‘जो कह रहा हूँ बस उतना कीजिए।’
ब्रोफी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। उसने अपने झोले से रेडियो बाहर निकाल लिया।
‘हमें आपके रेडियो से एक इमरजेंसी संदेश भेजना है। कृपया आप इसकी फ्रिक्वेंसी को सौ किलो हर्ज पर कर लें।’
‘सौ किलो हर्ज ? ’ ब्रोफी हैरत में था। इतनी नीची फ्रिक्वेंसी पर तो कोई भी इसे रिसीव नहीं कर सकता । ‘क्या कोई दुर्घटना हुई है ?’
दूसरे आदमी ने अपनी रायफल की नोक ब्रोफी के सिर पर सटा दी। ‘ये सब बताने का वक्त नहीं है। जितना कहा जा रहा है उतना करो।’
ब्रोफी ने कांपते हुए रेडियो ट्रांसमिशन की फ्रिक्वेंसी को ठीक किया।
पहले आदमी ने उसके हाथ में एक कागज दिया जिस पर कुछ लिखा हुआ था। ‘इस मैसेज को तुरंत भेजो।’
ब्रोफी ने कागज के टुकड़े की तरफ देखा। ‘मेरी समझ में नहीं आ रहा। यह सूचना गलत है। मैंने…’
उस आदमी ने रायफल की नोक को ब्रोफी के सिर पर ज़ोर से दबाया।
इस अजीबोगरीब मैसेज को भेजते हुए ब्रोफी की आवाज़ कांप रही थी।
‘शाबास।’ पहले आदमी ने कहा।’अब तुम अपने कुत्तों के साथ हेलिकॉप्टर में बैठ जाओ।’
बंदूक की नोक पर ब्रोफी ने कुत्तों के साथ अपने स्लेड गाड़ी को हेलिकॉप्टर पर एक रैंप के सहारे कार्गो वाले कक्ष में चढ़ा दिया। जैसे ही वे बैठे, हेलिकॉप्टर पश्चिम दिशा की ओर उड़ गया।
‘आखिर तुमलोग हो कौन!’ ब्रोफी ने सवाल किया। पोशाक के अंदर उसे पसीना आ रहा था। और उस मैसेज का क्या मतलब था!
उन लोगों ने ब्रोफी की बात का कोई जवाब नहीं दिया।
ब्रोफी के चारों कुत्ते अब भी गाड़ी से जुते हुए थे। वे अब भौक रहे थे।
हेलिकॉप्टर जैसे जैसे ऊपर जा रहा था, खुले दरवाजे से आती हवा का झोंका तेज़ होता जा रहा था।
‘कम से कम दरवाज़ा तो बंद कर दो।’ ब्रोफी ने उन लोगों से कहा। ‘तुम्हें दिखाई नहीं देता कि मेरे कुत्ते कितने डरे हुए हैं ?’
उन लोगों ने ब्रोफी की बात को अनसुना कर दिया।
चार हजार फीट की ऊँचाई पर पहुँच कर हेलिकॉप्टर बर्फ की कई पहाड़ियों और घाटियों को पार करता हुआ बाहर की तरफ निकल गया। अचानक वे लोग खड़े हो गए। बिना कुछ बोले उनलोगों ने भरी हुई स्लेड गाड़ी को धक्का देकर हेलिकॉप्टर के खुले दरवाजे से बाहर फेंक दिया। ब्रोफी हक्का बक्का होकर यह सब देख रहा था। उसके कुत्ते गाड़ी के भारी वजन के सामने बेबसी में छटपटा रहे थे। पल भर में चीखते-कराहते हुए कुत्ते जहाज के बाहर होकर आँखों से ओझल हो गए।
ब्रोफी यह सब देखकर खड़ा हो गया। वह चिल्ला रहा था। उसे उन लोगों ने कसकर पकड़ लिया और दरवाजे तक धक्का देकर ले गए। डर से वह सुन्न हो चुका था। उसने मुक्के बरसाने की कोशिश की ताकि उन लोगों की मज़बूत जकड़ से बाहर हो सके जो उसे बाहर की ओर धक्का दे रहे थे।
मगर इससे कोई फायदा नहीं हुआ। कुछ ही देर में वह घाटी की ओर तेज़ी से गिर रहा था।
1
कै पिटोल हिल के साथ बना टूलोस रेस्त्रां। इसके मेन्यू में छोटे बछड़े और घोड़े के मांस के बने व्यंजन इसकी ख़ासियत हैं। वैसे इन्हें राजनीतिक दृष्टि से सही नहीं माना जाता लेकिन यहाँ पर वाशिंगटन के जाने माने शक्तिशाली लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। इस सप्ताह टूलोस में ख़ूब भीड़भाड़ थी। चारों तरफ चांदी के बने बरतन खनक रहे थे, कॉफी बनाने की एस्प्रेसो मशीन घनघना रही थी और मोबाइल पर लोग बातचीत करने में व्यस्त थे।
होटल का मुख्य बैरा सुबह सुबह ब्लडी मेरी शराब की अपनी खुराक ले रहा था। तभी एक औरत अंदर आई। वह उसकी तरफ मुड़कर सधे हुए अंदाज़़ में मुस्कुराया।
‘गुड मॉर्निग।’ उसने कहा। ‘मैं आपकी क्या सहायता कर सकता हूँ ?’
औरत ख़ूबसूरत थी। उसकी उम्र तीस-चालीस के बीच की रही होगी। उसने भूरे रंग की तहदार फ्लैनेल की पतलून पहन रखी थी। उसने बिना हील वाली चप्पल और हाथी दांत के रंग का लौरा ऐशले कंपनी का ब्लाउज भी पहन रखा था। वह तनकर खड़ी थी। उसकी ठुड्डी हल्के से ऊपर उठी थी जिसमें उद्दंडता नहीं बल्कि एक मज़बूत व्यक्तित्व की झलक दिखाई दे रही थी। उसके बालों का रंग हल्का भूरा था जो वाशिंगटन के सबसे प्रचलित ‘ऐंकरवूमन’ शैली में बंधे थे। घने बाल जिसका घुंघराला सिरा कंधों पर लटक रहा था…बालों की लंबाई इतनी थी कि वह सेक्सी दिखाई देती थी लेकिन उनसे यह भी पता चल रहा था कि वह शायद सामने वाले से अधिक होशियार थी।
‘मुझे आने में थोड़ी देर हो गई।’ औरत ने कहा। उसकी आवाज़ में किसी तरह का दिखावा नहीं था। ‘मेरी सेनेटर सेक्सटन के साथ नाश्ते पर मुलाकात तय थी।’
मुख्य बैरे के शरीर में हल्की सी झुरझुरी हुई जिसकी उसे अपेक्षा नहीं थी। सेनेटर सिजविक सेक्सटन। वे यहाँ हमेशा आते थे। आजकल वे देश की सबसे मशहूर हस्ती थे। पिछले सप्ताह सुपर मंगलवार के दिन उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की प्राइमरीज के सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। अब ये तकरीबन तय था कि वे अपनी पार्टी की तरफ से अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। कई लोगों का मानना था कि वे पतझड़ के अगले मौसम में चौतरफा हमलों से घिरे राष्ट्रपति की गद्दी छीनने में कामयाब होंगे। इधर सेक्सटन का चेहरा देश की हर पत्र-पत्रिका में दिखाई देता था। उनके चुनाव अभियान का नारा– खर्चे बंद करो। रास्ता बदलो– अमेरिका में हर तरफ चिपका दिखाई दे रहा था।
‘सेनेटर सेक्सटन अपने बूथ में हैं।’ मुख्य बैरे ने कहा। ‘और आपका परिचय ?’
‘रेचल से

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